मौनिया बाबा समाधि स्थल पर पर सांसद , एसडीएम, डीएसपी के पूजा अर्चना के साथ ही शुरू हुआ महावीरी झंडा मेला
गरीब दर्शन /दरौंदा/महाराजगंज/सीवान।
राष्ट्रीय एकता और भाईचारे का प्रतीक उत्तर बिहार का सबसे बड़ा सुप्रसिद्ध मौनिया बाबा महावीरी झंडा मेला की रंगारंग शुभारंभ हुआ।
उद्घाटन सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल एसडीओ अनिल कुमार, एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन, विडिओ बिंदु कुमार,सीओ जितेन्द्र कुमार व ईओ हरिश्चंद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
शुरुआत मौनिया बाबा समाधि स्थल से हुई। जहां पुजारी के वैदिक मंत्रोचार के बीच विधिवत पूजा अर्चना के बाद अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया। उसके बाद मुख्य मेला नियंत्रण कक्ष राजेन्द्र चौक, शहीद स्मारक चौक व दुर्गा चौक नखास पर बने मेला नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन हुआ।
सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा की मौनिया बाबा मेला आपसी सद्भावना व भाईचारे का प्रतीक है। इसलिए हम सबका फर्ज है कि मेले में शांति बनाएं रखने में सहयोग करें।
एसडीओ अनिल कुमार ने कहा कि ऐतिहासिक मौनिया बाबा महावीरी झंडा मेला के शांतिपूर्ण सफल संचालन को ले अनुमंण्डल प्रशासन तत्पर है। शहर के चप्पे चप्पे में पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर से लेकर मेला स्थल तक सीसीटीवी कैमरा लगा है। कंट्रोल रूम से 24 घंटे इस पर नजर रखी जा रही है। सादे लिबास में भी पुलिस बल तैनात किया गया है। एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन ने कहां कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। पर्याप्त बल तैनात किया गया है।
मौके पर प्रबंध समिति के सचिव ई अशोक कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार, थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह , अभय कुमार सिंह, सुबोध कुमार सिंह, नागमणि सिंह, शक्ति शरण प्रसाद, डॉ मृत्युंजय राज उर्फ सिकु, ई प्रमोद रंजन, त्रिपुरारी शरण सिंह, अजय कुमार सिंह, ओमप्रकाश गुप्ता, रामाशंकर प्रसाद, हरिशंकर आशीष, पवन कुमार, आदि उपस्थित रही।
झांकियों को देखने उमड़ेगे लोग
मौनिया बाबा महावीरी झंडा मेला के उद्घाटन के साथ ही झांकियों के पट खुल जाएगा। शहर के हर हिस्से में अलग अलग समितियों द्वारा एक से बढ़कर एक दर्जनों जीवंत झांकी प्रस्तुत की गई है। जिसे देखने दर्शकों का हुजूम उमड़ पडेगा। शाम से ही पूरा शहर पर्यटकों से पट गया। आधी रात से महावीरी अखाड़ों का निकलना शुरू होगा। इस दौरान पूरा शहर जय हो जय हो के जयघोष से गूंजेगा ।
परंपरागत हथियारों से लैस अखाड़े में शामिल लोगों ने अपने हैरत अंगेज करतब से दर्शकों का मनमोह लेते है।
103 वर्ष होने से लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला
मेले का 103 वर्ष होने से लोगों में बिशेष उत्साह है।मौनिया बाबा महावीरी झंडा मेला की शुरुआत 1923 में हुई। मौनिया बाबा सिद्ध संत के रूप में ईश्वर के रूप थे। जिनकी समाधि स्थल पर यह मेला लगता है। इस दौरान धर्म व जाति के बंधन से ऊपर उठकर लाखों श्रद्धालु समाधि स्थल पर पूजा अर्चना करते हैं।यहां के बारे में मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी मन्नत अवश्य पूर्ण होती है।
सोमवार को निकलेंगे 17 अखाड़े:
श्री मौनिया बाबा बाबा महावीर झंडा मेला को ले सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों से महावीरी अखाड़ा निकाला जाएगा। जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों के गांव बंगरा, पसनौली, नवलपुर, कपियां, रामापाली, अभुई, कोथुआ सारंगपुर, फतेहपुर, वैदापुर विशुनपुरा, सवान विग्रह, पकवलिया, बेलागोबिंदापुर, सुकुन्दीपुर, धनछुहा व उजाय सहित 17 अखाड़े शामिल किए जाएंगे।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी :
श्री मौनिया बाबा महावीरी झंडा मेला को ले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था भी ऐसी की परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। हर चौक चौराहे पर मजिस्ट्रेट के रूप में पुलिस बल तैनात हैं। पूरा मेला क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। मेले की निगरानी सीसीटीवी व ड्रोन कैमरा से हो रहा है। अखाड़े की वीडियो ग्राफी कराई जाएगी। हर अखाड़े के साथ मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एस्कॉर्ट पार्टी चलेगी। पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। जिसकी 24 घंटे निगरानी कंट्रोल रूम से हो रही है। जिससे मेला क्षेत्र में किसी भी उपद्रवी या असामाजिक तत्व को देखते हैं गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सादे लिबास में पुलिस के साथ भारी संख्या में पुलिस बल रहेंगे। ल शहर से लेकर मेला स्थल तक पुलिस के जासूस भी काम कर रहे हैं। जिसकी खबर तुरंत कंट्रोल रूम पर पहुंचाई जाएगी इसके बाद गिरफ्तारी होगी।