धर्म, समरसता, ज्ञान और विज्ञान की धरती हैं बिहार है - विजय सिन्हा

श्रीकृष्ण बाबू को मिलना चाहिए भारत रत्न- डॉक्टर महाचन्द्र सिंह 

धर्म, समरसता, ज्ञान और विज्ञान की धरती हैं बिहार है - विजय सिन्हा

गरीब दर्शन / महाराजगंज।


महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय के मनोज मैरेज हॉल में शनिवार को श्रीकृष्ण बाबू की 136वी जयंती समारोह पूर्वक आयोजित किया गया।जयंती समारोह में मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा शामिल हुए। विशिष्ठ अतिथि सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, गोरियाकोठी के विधायक देवेशकांत सिंह, पूर्व विधान पार्षद डा. महाचंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक देवरंजन सिंह, पूर्व विधान पार्षद सह सीवान कोपरेटिव बैंक के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह और सारण के जिला परिषद के उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह मौजूद थी। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर तथा बिहार केसरी प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार केसरी श्री कृष्ण सिंह संविधान सभा के पहले अध्यक्ष थे। वे आजादी के पहले से लेकर और आजादी के बाद तक जीवन के अंतिम समय तक बिहार के मुख्यमंत्री थे। श्री बाबू बिहार के नहीं देश की चिंता करते थे। जो समाज के मरता है उसे समाज हमेशा याद करता है। बिहार के लोग अगर श्री बाबू के पद चिन्हों को अपना ले तो बिहार प्रदेश का नहीं देश का नेतृत्व करेगा। आज श्री बाबू के पद चिन्हों पर चलने का काम हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चलते है। वे तृष्टिकरण की नहीं संतुष्ठिकरण की राजनीति करते है। ज्ञान और विज्ञान की धरती हैं बिहार गोरियाकोठी के विधायक देवेशकांत सिंह ने कहा कि श्री कृष्ण सिंह जात पात की राजनीति नहीं करते थे। वे कई नेताओं के आदर्श नेता थे। आजादी के बाद बिहार में उनके द्वारा स्थापित कल कारखाने देश के काम करते थे आज बिहार के लोग देश के अन्य हिस्सों में प्राइवेट नौकरी करना पर रहा है। पूर्व विधान पार्षद डा.महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह देव थे, देव को बार बार याद करना चाहिए नमन करना चाहिए। श्री बाबू के आदर्शो पर चल कर आज के बिहार को निर्माण किया जा सकता है। उन्होंने श्री बाबू को भारतरत्न देने की मांग किया।सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि श्री कृष्ण बाबू बहुत बड़े महर्षि थे। श्री बाबू किसी जात के नहीं देश के सपूत थे। उन्होंने समरस समाज कि स्थापना किया था। उनके समय में देश में पहला कारखाना बिहार में बनता था। आज बिहार के लोग दूसरे राज्य में जाते है रोजगार के लिए जो दुर्भाग्य की बात है। 
आने वाले पीढ़ी को उनके आदर्शो पर चलना चाहिए। सांसद ने आयोजको को जयंती समारोह के आयोजन के धन्यवाद दिया। मंच का संचालन डा.त्रिपुरारीशरण सिंह ने किया। आयोजन कर्ताओं के तरफ से अतिथियों को अंग वस्त्र और बुके देकर सम्मानित किया। अतिथियों का स्वागत अजय कुमार सिंह ने किया। 
कार्यक्रम में मोहन कुमार पद्माकर, प्रो. अभय कुमार सिंह, भाजपा नेत्री सुप्रिया जयसवाल,प्रो. सुबोध सिंह, बिरेंद्र ओझा, मुखिया सुनील राय, शेषनाथ सिंह, लोकसभा के संयोजक अरुण तिवारी विस्तारक अनीश सिंह, संजय सिंह राजपूत ,अतुल सिंह, दिलीप भारती, चंदन दुबे, जिला भाजपा मंत्री अवधेश पांडेय, नगर भाजपा अध्यक्ष अमरजीत सिंह, युवा मोर्चा के मनीष कुमार सिंह,शशिभूषण सिंह, डा.मनोहर सौरभ, डा.सुभाष सिंह, गुड्डू सिंह, बलिराम प्रसाद बली, ब्रजभूषण सिंह, अखिलेश्वर चौरसिया, रत्नेश सिंह, अधिवक्ता करुणाकांत सिंह, पतिराम सिंह, शैलू यादव, शक्तिशरण सिन्हा, बीरबल कुशवाहा, कैश आलम आदि मौजूद रहे ।