आत्मा के द्वारा जिला स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र का जिला में कार्यशाला का आयोजन किया गया
आत्मा के द्वारा जिला स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र का जिला में कार्यशाला का आयोजन किया गया

आत्मा के द्वारा जिला स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र का जिला में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
(हसनैन दीवाना)
जहानाबाद ! कृषि विभाग बिहार सरकार के निदेशानुसार आत्मा के द्वारा जिला स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र चतुर्थ कृषि रोड मैप के सूत्रण हेतु किसानों के साथ जिला स्तर पर विचार-विमर्श एवं उनके सुझावों को संकलित करने हेतु जहानाबाद जिला में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन एवं शुभारंभ अपर समाहर्ता जहानाबाद श्रीमती सुधा गुप्ता के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने किसानों से अपील किया कि चतुर्थ कृषि रोड मैप के सूत्रण में अपने क्षेत्र-विशेष के लिए किसानों के हित के लिए आवश्यक सुझाव जरूर दें ताकि उसे संकलित कर जिलाधिकारी के माध्यम से किसानों की आवाज एवं सुझावों को राज्य मुख्यालय भेजा जा सके। जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक आत्मा संजय कुमार के द्वारा बताया गया कि कृषि रोड मैप का उद्देश्य किसानों का समावेशी विकास करते हुए उनकी आमदनी को बढ़ाना है। इसके पूर्व तैयार किए गए तीन कृषि रोड मैप के दूरदर्शी प्रयासों एवं बिहार राज्य के किसानों की मेहनत से हमारे राज्य में कई फसलों के उत्पादन में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। जिसके परिणाम स्वरूप हमारे राज्य को राष्ट्रीय स्तर के 5 बार कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राज्य में फसल सहित बागवानी, दुग्ध उत्पादन, मांस उत्पादन, मछली उत्पादन की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। उन्होंने किसानों को कृषि रोड मैप में बीज से बाजार तक अपनी उत्पादकता को पहुंचाने के लिए सुलभता का आवश्यक सुझाव देने का आग्रह किया। उनके द्वारा बताया गया कि पिछले कृषि रोड मैप का परिणाम है कि डी.बी.टी. के माध्यम से किसानों को देय अनुदान की राशि सीधे उनके बैंक खाते में अंतरण हो रहा है। किसान, कृषि विभाग के साथ-साथ कृषि से संबंधित क्षेत्रों एवं विभागों पशुपालन, मत्स्य पालन, सिंचाई-जल संसाधन, सहकारिता, ऊर्जा विभाग विद्युत, राजस्व एवं भूमि सुधार, ग्रामीण कार्य विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, पर्यावरण एवं वन विभाग आदि के बारे में भी आवश्यक सुझाव दे सकते हैं। इस कार्यक्रम में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन मक्का उत्पादक किसानों के साथ फूल उत्पादक किसान, सब्जी उत्पादक किसान, मशरूम उत्पादक किसान, सहकारिता पैक्स के प्रतिनिधि किसानों के साथ-साथ क्षेत्रीय कृषि प्रसार पदाधिकारी एवं कर्मियों से भी सुझाव मांगा गया। इनके अलावा सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार एवं कृषि आत्मा कार्यालय के कर्मी उपस्थित थे।