पताही के मध्याह्न भोजन योजना मामला में तीन पर प्राथमिकी दर्ज
'हमहु लूटी, तुहु लूट, लूटे के आजादी बा, ओकर लूटल फेर ना पनपी जेकरा देह पर खादी बा' कहावत को चरितार्थ कर रहा पताही मे व्याप्त भ्रष्टाचार

पताही के मध्याह्न भोजन योजना मामला में तीन पर प्राथमिकी दर्ज
-- समाजवादियों की धरती पताही में भ्रष्टाचार चरम पर
'हमहु लूटी, तुहु लूट, लूटे के आजादी बा, ओकर लूटल फेर ना पनपी जेकरा देह पर खादी बा' कहावत को चरितार्थ कर रहा पताही मे व्याप्त भ्रष्टाचार
सुभाष पाण्डेय/गरीब दर्शन
मोतिहारी पू चं - जिले के पताही प्रखंड के परसौनी कपूर गांव में विधायक प्रतिनिधि के आवास से मंगलवार की संध्या मिड डे मील योजना के 34 बोरा चावल बरामदगी मामले में पताही पुलिस ने एसएफसी के एजीएम संजय कुमार के ब्यान पर तीन लोगों को आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोपीयों में विधायक प्रतिनिधि अभय प्रताप कुमार उर्फ गुड्डू सिंह, खाद्यान्न संवेदक ऋषि राज व जीपीएस सिस्टम से लैश वाहन चालक हैं। अब यहां यह यक्ष प्रश्न मुंह बाए खड़ा है कि सरकारी गोदाम से जीपीएस लगे गाड़ी से अनाज निकलता है जो निर्धारित लोकेशन से गंतव्य तक जाता है। जिसे संबंधित अधिकारी ट्रैक करते रहते हैं तो फिर स्कूल के लिए एमडीएम का चावल लेकर निकला गाड़ी विधायक प्रतिनिधि अभय प्रताप कुमार के घर कैसे पहुंची और किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी ? अगर गाड़ी से अनाज उतारने का वीडियो वायरल नही होता तथा ग्रामीणों ने सूचना नहीं दी होती तो स्कूली बच्चे के निवाला को पूर्व की भाँति कालाबाजार में बेच दिया जाता । यहां यह बताते चलें कि पताही प्रखंड के पताही पश्चिमी पंचायत के लिए 112 बोरा मध्याह्न भोजन योजना का चावल पिकअप पर लोड हुआ था। इस अनाज को 05 विद्यालयों में निर्धारित मात्रा के अनुसार आपूर्ति करना था लेकिन पिकअप से 34 बोरा चावल विधायक प्रतिनिधि के आवास पर उतार दिया गया। संबंधित अधिकारी अब ट्रैकिंग डिवाइस की मदद से जांच करने की बात बता रहे हैं। गौरतलब हो कि एसएफसी डिपो से जीपीएस लगा गाड़ी जब खाद्यान्न लेकर चलता है तो उसका ट्रैकिंग एसएफसी के जिला प्रबंधक की आईटी विभाग तथा संबंधित ठेकेदार द्वारा लगातार की जाती है। इतना ही नहीं नियमतः मिड डे मील खाद्यान का वितरण 'स्कूल आवर' में ही करना होता है। चिरैया विधानसभा के राजद प्रत्याशी अच्छेलाल यादव ने आरोप लगाया है कि तो किन परिस्थितियों में शाम को गोदाम से गाड़ी निकली, यह
जांच का विषय है। उन्होंने कहा है कि जब गरीबों एवं नौनिहालों के निवाला गटक जाने वाले को क्षेत्रीय विधायक अपना प्रतिनिधि नियुक्त करता हो तो क्षेत्र के गरीबों का भला कैसे होगा ? यह विचारणीय प्रश्न है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह सब लूट - खसोट चिरैया विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता के संरक्षण में फल -फूल रहा है। प्रत्येक विभाग में लूट खसोट मची हुई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि विधानसभा अंतर्गत मची लूट - खसोट की जांच स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कमेटी से कराई जाए ताकि चिरैया की जनता राहत की साँस ले सकें। वही चिरैया विधानसभा चुनाव के दरम्यान निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर संजय कुमार ने क्षेत्रीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पूर्व में उक्त विधायक प्रतिनिधि का एक अवैध उगाही का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कृषि एवं सहकारिता विभाग के कर्मियों पर अवैध उगाही के लिए दबाव बनाकर राशि की वसूली की गई थी। उक्त वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए जिला पदाधिकारी ने एक जांच टीम का गठन किया था किंतु वह जांच टीम जनप्रतिनिधियों के दबाब में निष्पक्ष जांच नहीं कर सकी तथा जांच फिसड्डी साबित हुई । वीडियो वायरल होने के बाद घर में डीपीओ (मिड डे मील) मिथिलेश कुमार ने बताया है कि जांच टीम का गठन कर दिया गया है। जांच टीम में प्रभारी बीईओ व बीआरपी शामिल हैं। जिन विद्यालयों में चावल की आपूर्ति करनी थी, वहाँ जांच अधिकारी को जाकर उनके स्टॉक की जांच कर तीन दिनों में रिपोर्ट करने हेतु निर्देशित किया गया है। जांच टीम के गठन की बाबत प्रखंड के बुद्धिजीवियों ने कटाक्ष करते हुए कहा कि डीपीएम (मिड डे मील) द्वारा जांच कराए जाने की बात क्या संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक 'आ बैल मुझे मार' की तर्ज पर जांच टीम की राह देख रहे होंगे। यदि विभागीय अधिकारी निष्पक्ष जांच कराते तो वे खाद्यान बरामदगी के समय ही चिन्हित विद्यालयों की जांच कर नौनिहालों की निवाला को कालाबाजार में बेचने पर विराम लगा देते। प्रखंड के चौक चौराहों पर चर्चा का बाजार गर्म है कि 'हमहु लूटी, तुहु लूट, लूटे के आजादी बा, ओकर लूटल फेर ना पनपी जेकरा देह पर खादी बा' । प्राथमिकी की जानकारी हेतु एजीएम एसएफसी, संजय कुमार, थानाध्यक्ष पताही एवं बीडीओ सौरभ कुमार से संपर्क स्थापित करने हेतु बार - बार मोबाइल पर रिंग होने के बावजूद भी संपर्क स्थापित नहीं हो सका है। ज्ञातव्य हो कि पूर्व में भी मिड डे मील योजना का तकरीबन 200 क्विंटल चावल को कालाबाजार में बेच दिया गया था जिसको लेकर पताही थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी किंतु अब तक किन - किन लोगों की संलिप्तता थी, यह उजागर नहीं हो पाया है। यहां चर्चा का बाजार गर्म है इस खेल में 'चोर चोर मौसेरे भाई' वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए कुछेक जनप्रतिनिधि तथा संबंधित अधिकारी भी शामिल हैं। वही मामला की बाबत क्षेत्रीय विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता के मोबाइल नंबर पर संपर्क स्थापित करने की कोशिश नाकाम रही है।