चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के परिजन उतरे सडक पर

विपिन अग्रवाल हत्याकांड कांड मे न्याय नही मिलने से नाराज है परिजन 

चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के परिजन उतरे सडक पर

हरसिद्धि/ पू चू गरीब दर्शन- 22 दिसंबर को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान की शुभारंभ करने चंपारण की धरती मोतिहारी पहुँच रहे है । मुख्यमंत्री के आगमन से एक रोज पहले 21 दिसंबर को बिहार के चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता हरसिद्धि निवासी विजय अग्रवाल के पुत्र दिवंगत विपिन अग्रवाल हत्याकांड मे संलिप्त अभियुक्तो की गिरफ्तारी नही होने , परिजनो को सुरक्षा नही मिलने के साथ ही मासूम बच्चो को सरकारी लाभ देने से वंचित रखने को लेकर नाराज परिजन सड़क पर उतरे । दिवंगत अग्रवाल के परिजनो ने अरेराज छपवा मुख्य सड़क को हरसिद्धि मे घंटो जामकर आक्रोश प्रकट किया । परिजनो का आरोप है कि अभी तक चार्जशीट न्यायालय को नही भेजा गया । चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की पत्नी ने कहा कि हत्याकांड मे बडे लोगो की संलिप्तता होने के कारण लीपापोती की जा रही है जिससे न्याय मिलना संभव नही लग रहा है लेकिन मै तब तक लडाई जारी रखूंगी जब तक मेरे पति के हत्यारो को सजा नही मिल जाती है । आरटीआई कार्यकर्ता की पत्नी मोनिका देवी, पुत्र रोहित अग्रवाल सहित सभी उनके परिजनो का आरोप है कि उनके घर पर पूर्व में हुए हमले का आरोपित उच्च न्यायालय से जमानत खारिज होने के बावजूद गिरफ्तार नहीं किया जा रहा,  न ही पुलिस हत्यारोपितों की गिरफ्तारी कर रही है उन्हें जिले के एसपी पर भी भरोसा नहीं है । काफी देर से जारी हंगामे की वजह से सड़क जाम हो गया और गाड़ियों की लंबी कतार लग गई , पुलिस द्वारा समझाने के बावजूद परिजन लगातार मुख्यमंत्री के बुलाने के मांग पर अड़े हुए थे । स्थानीय पुलिस पहुचंकर जाम हटवाने का काफी प्रयास की तो जाम हट सका । ज्ञात हो कि 24 सितंबर 2021 को दिनदहाड़े प्रखण्ड मुख्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की अपराधियो ने हत्या कर दी । परिजनों द्वारा अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी, घटना के बाद एसपी नवीन चन्द्र झा द्वारा गठित एसआईटी टीम ने दो अपराधियो को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । लेकिन दुर्भाग्यवश अन्य अभियुक्तो की गिरफ्तारी अभी तक नही हो सका । विपिन अग्रवाल हत्याकांड को लेकर एक तरफ परिजनो द्वारा लगाए गए आरोप तो दूसरी तरफ प्रशासनिक कार्रवाई मे शिथिलता सुशासनी सरकार की तमाम दावो पर प्रश्न चिह्न लगा रहा है । कही विपिन हत्याकांड राजनीतिक साजिश की बलि तो नही चढ रहा ? क्या होगा दिवंगत विपिन के मासूम अनाथ बच्चे , विधवा मोनिका और वृद्ध पिता विजय अग्रवाल का ? कैसे पढ़ाई करेंगे मासूम बच्चे कौन देगा खर्च अब तो पिता की साया ही उठ चुकी ?