चम्पारण वासियों एवं समस्त विद्यार्थियों के लिए गौरव का विषय है
चम्पारण वासियों एवं समस्त विद्यार्थियों के लिए गौरव का विषय है

गरीब दर्शन/पश्चिमी चम्पारण
आजादी के उपरांत वर्ष 1952 में प्रथम राष्ट्रपति श्रद्धेय डाक्टर राजेंद्र प्रसाद के बाद दुबारा
आदरणीय द्रौपदि मुर्मू के रूप में भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति का आगमन चम्पारण के मोतिहारी महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में हुआ। राष्ट्रपति के अलावा इस कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सांसद, कुलपति, कुलाधिपति आदि भी उपस्थित रहे। इसमें पश्चिम चम्पारण जिले से छात्र प्रतिनिधि के रूप में लौरिया से सुजीत मिश्र एवं मझौलिया से अभिजीत राय ने कार्यक्रम में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। सुजीत मिश्रा ने कहा की आजादी के बाद दूसरी बार किन्ही महामहिम राष्ट्रपति का आगमन चम्पारण में सुनिश्चित हुआ है। यह हम सभी चम्पारणवासियों सहित समस्त छात्र वर्ग के लिए गौरव का विषय है। यह हमारे लिए भी सौभाग्य का विषय है। अभिजीत राय ने कहा की महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय समूचे उत्तर बिहार के साथ हीं सम्पूर्ण बिहार के लिए पहचान का एक कारक है। इस दीक्षांत समारोह में जो भी छात्र बंधु अपनी गुणश्रेष्ठता के आधार पर पदक प्राप्त किए हैं, उन्हें हम बहुत धन्यवाद देते हैं, और आशा करते हैं की उनका भविष्य उज्जवल हो