जमीर को अब नहीं है सीने में दर्द, कराया टीबी का सफल इलाज

टीबी सहित अन्य कई गंभीर बीमारियों का किया जाता है मुफ्त इलाज

जमीर को अब नहीं है सीने में दर्द, कराया टीबी का सफल इलाज

सहरसा, 21 जुलाई। सरकार देश को टीबी मुक्त करने के लिए प्रयासरत है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इसकी जांच से लेकर सफल इलाज तक की सभी प्रक्रियाएं बिलकुल मुफ्त प्रदान की जाती हैं। टीबी एक संक्रामक एवं आगे चलकर जानलेवा बीमारी है। जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती  है। संक्रामक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए जरूरी है कि इसकी  कड़ी को तोड़ा जाय। इसके लिए सरकार द्वारा अभियान चलाकर टीबी मरीजों की खोज एवं उनका सफल इलाज किया जाता रहा है। 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। 

6 माह तक नियमित दवा सेवन कर हुए स्वस्थ्य-
पेशे से मजदूर 42 वर्षीय सहरसा, फकीर टोला, वार्ड न0- 19 निवासी मो0 जमीर  अचानक बीमार हो गये। अन्य लोगों की तरह वे अपना इलाज स्थानीय प्राइवेट चिकित्सक से करवा रहे थे। लेकिन उनकी परेशानी दूर नहीं हो रही थी । इस बीच उनके सीने का दर्द उन्हें बहुत अधिक परेशान करने लगा था। बढ़ती परेशानी को देख मो0 जमीर सदर अस्पताल सहरसा अपना इलाज करवाने पहुंचे । जहां  चिकित्सकों ने उनकी प्रारंभिक जांच में टीबी ग्रसित होने की आशंका व्यक्त की। मो0 जमीर की  सदर अस्पताल  में टीबी की जांच की गयी जहाँ उनके टीबी ग्रसित होने की पुष्टि हुई। टीबी की पुष्टि होने के बाद मो0 जमीर को लगा कि वे अब पूरी तरह से कभी ठीक नहीं हो पायेंगे। लेकिन सदर अस्पताल  के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उनका सफल इलाज किया गया। चिकित्सकों की देख रेख में मो0 जमीर को 6 माह तक नियमित रूप से दवा का सेवन करना पड़ा। हलांकि 4 माह बाद ही मो0 जमीर अपने आपको स्वस्थ्य महसूस करने लगे थे। उन्होंने चिकित्सकों से कहा भी कि वे अब पूरी तरह से ठीक हो गये हैं, किन्तु चिकित्सक जानते थे कि उन्हें टीबी के इलाज का पूरा कोर्स दिया जाना जरूरी है। उन्होने मो0 जमीर को समझाया आपका टीबी अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। टीबी का इलाज बीच में नहीं छोड़ा जा सकता है। जिसका पालन मो0 जमीर ने पूरी तरह किया। अब वे पूर्णतः स्वस्थ्य हैं।

टीबी सहित अन्य कई गंभीर बीमारियों का किया जाता है मुफ्त इलाज-
फकीर टोला निवासी मो0 जमीर ने बताया किसी को भी अपनी बीमारी छुपानी नहीं चाहिए। लोग सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करवाना चाहते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। सरकारी अस्पताल में सभी प्रकार के रोगों के इलाज की समुचित एवं सुव्यवस्थित व्यवस्था है । वहां एक साथ कई प्रकार के रोगों का इलाज मुफ्त में किया जाता है। लोग परेशानी बढ़ने पर सरकारी आस्पताल का रुख  करते हैं। सरकारी अस्पतालों में रोग विशेष के विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख रेख में कई गंभीर बीमारियों का उचित इलाज हो रहा है। सरकारी अस्पताल में टीबी का उचित इलाज करवा कर स्वस्थ्य होने के बाद मैं लोगों को यही सलाह देता हूँ कि वे अपना इलाज सरकारी अस्पतालों में करवायें। सरकारी अस्पतालों में  टीबी ही नहीं बल्कि अन्य कई गंभीर बीमारियों का उचित इलाज एवं साधन उपलब्ध हैं। मैं भी अगर सरकारी अस्ताल में अपना टीबी का इलाज नहीं करवाया होता हो संभवतः मैं पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाता। सरकार टीबी के मरीजों को उचित पोषण के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है।