11 से 31 जुलाई तक जिले में मनाया जाएगा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा
परिवार नियोजन साधनों का उपयोग कर बनें आदर्श माता-पिता

सहरसा, 08 जुलाई। जिले में 11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों की जानकारी प्रदान करते हुए परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के उपयोग एवं इसके लाभ से अवगत कराया जाएगा। ताकि लोगों द्वारा अपनी उपयोगिता के आधार पर परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों का लाभ ले सकें। एक खुशहाल परिवार की नींव परिवार विस्तार के कुशल प्रबंधन पर निर्भर करती है। इसके लिए जरूरी है कि लोग परिवार नियोजन के साधनों की उपयोगिता के बारे में जाने एवं उसे अपनायें।
आवश्यकता अनुरूप अपनायें परिवार नियोजन के उपाय-
सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप ने बताया वर्त्तमान परिदृश्य में परिवार नियोजन आज की अहम आवश्यकता के रूप में उभर कर सामने आयी है। सामान्य तौर पर जब भी परिवार नियोजन की बात की जाती है तो इसका सीधा अर्थ महिला या पुरुष बंध्याकरण से लगाया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है, परिवार नियोजन के दूसरे कई आयाम भी हैं। जैसे अपने परिवार में नये सदस्य को लाने के पहले इसकी आवश्यकता को समझना और उसके अनुरूप परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का उपयोग करना, नये सदस्य के आने के साथ आने वाली जिम्मेदारियों के निर्वहन करने की क्षमता विकसित करने तक परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का उपयोग करना आदि। आज के दम्पति इस मामले में अपनी सोच में बदलाव ला रहे हैं। वे अब जान चुके हैं कि परिवार नियोजन का सीधा अर्थ बंध्याकरण नहीं है, बल्कि अपने परिवार में नये सदस्य को लाने के उचित प्रबंधन को भी परिवार नियोजन के आयाम के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया यह जानकर काफी खुशी होती है कि जिले में परिवार नियोजन के प्रति योग्य दम्पतियों द्वारा रुचि देखी जा रही है। जिसका परिणाम है कि जिले में अस्थायी परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग करने वाले योग्य दम्पतियों की संख्या काफी बढ़ी है।
परिवार नियोजन साधनों का उपयोग कर बनें आदर्श माता-पिता-
सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप ने बताया आज कल योग्य दम्पतियों की संख्या जिले में बढ़ रही हैं। ये वैसे दम्पति हैं जिन्हें इस बात की जानकारी हो चुकी है कि वे अपना बच्च कब लायें और दो बच्चों के बीच कितना अंतराल रखें। इसके लिए उन्हें आंगनबाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्त्ता एवं क्षेत्र भ्रमण पर गयी एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समय-समय पर जानकारी दी जाती रही है। फिर भी बड़े पैमाने पर जनसंख्या स्थिरिकरण का संदेश लोगों तक पहुँचाने के लिए जागरूकता रथ जिले के सभी प्रखंडों के लिए भेजे गये हैं। ताकि योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन के उपायों को अपनाने के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्होंने योग्य दम्पतियों से अपील करते हुए कहा जिले में 11 से 31 जुलाई तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरिकरण पखवाड़ा का अधिक से अधिक लाभ लेते हुए आर्दश माता-पिता बनें।