आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की बेखौफ अपराधियों ने की हत्या
आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की बेखौफ अपराधियों ने की हत्या

हरसिद्धी / पू चं गरीब दर्शन - हरसिद्धी थाना अन्तर्गत सोनबरसा वार्ड नं. तीन निवासी विजय अग्रवाल के 46 वर्षिय सुपुत्र चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को 24 सितम्बर शुक्रवार को बेखौफ अपराधियों ने हत्या कर दी । गोली लगने की सूचना मिलते ही अरेराज डीएससी अभिनव धिमन , एसडीओ संजीव कुमार सहित सभी स्थानीय प्रशासन घटना स्थल का मुआयना किए । ज्ञात सूत्रों के अनुसार गोली लगने के बाद स्थानीय ग्रामीण व प्रशासन घायल अवस्था में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए जहाँ डाॅक्टरो ने गंभीर स्थिति को देखते हुए मोतिहारी रेफर कर दिया । मोतिहारी के निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गई । स्वर्गीय अग्रवाल अपने पिछे पिता , पत्नी व तीन मासूम लड़के रोहित उम्र 13 वर्ष, मोहीत उम्र 10 वर्ष, विर उम्र 8 वर्ष से भरा पूरा परिवार छोड़ चुके हैं ।
किस गलती कि सजा विपिन अग्रवाल को मौत के रूप में मिली
विपिन अग्रवाल विगत करीब पन्द्रह वर्षों से आर टी आई कार्यकर्ता के रूप में सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए सरकार के एक सजग प्रहरी के रूप में कार्य कर रहे थे जिसके कारण संबंधित भ्रष्टाचार में संलिप्त व्यक्ति के साथ शासन व प्रशासन की आँखों के किरकिरी बने हुए थे । शायद आर टी आई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को इसी की सजा मौत के रूप में मिली । स्व अग्रवाल के परिजन दबी जुबान से अपनी व्यथा सुनाते हुए बताए कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार धनखरैया खेसरा नं 309 से 16 फरवरी 2020 को अतिक्रमण हटाया जा रहा था उस दिन भी अतिक्रमणकारी विपिन अग्रवाल के घर पर हमला किए थे जिसमें उनकी पत्नी हमलावरों के प्रताड़ना का शिकार हुई थी । स्व अग्रवाल लगातार प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाते रहे लेकिन सुरक्षा नहीं मिली जिसके परिणामस्वरूप आज स्व अग्रवाल का परिवार अनाथ हो गया ।
भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले स्व विपिन के मासूम बच्चों का क्या होगा ?
चर्चित आर टी आई कार्यकर्ता स्व विपिन अग्रवाल के पत्नी व मासूम बच्चे अनाथ हो चुके अब इन मासूम बच्चों की शिक्षा और भरण पोषण की चिंता स्व अग्रवाल की पत्नी व वृद्ध पिता को सता रही हैं । सबके जुबान पर एक ही सवाल कैसे होगा अब इन मासूम बच्चों की परवरिश ?