लक्ष्य कार्यक्रम के लिए एसडीएच बारसोई एवं सीएचसी डंडखोड़ा को किया गया सुसज्जित, मिलेगी हर तरह की सुविधा
लक्ष्य कार्यक्रम के बाद अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की देखभाल में होता है परिवर्तन: डीपीएम

कटिहार, 20 जुलाई।
जिले के अनुमंडलीय अस्पताल, बारसोई एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, डंडखोड़ा को लक्ष्य कार्यक्रम के तहत जोड़ने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसको लेकर सभी तरह की तैयारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से कार्य को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम में केयर इंडिया का भी सहयोग लिया जा रहा है। इसके अलावा अनुमंडलीय अस्पताल, मनिहारी के अलावा बरारी, प्राणपुर, कदवा एवं आजमनगर स्वास्थ्य केंद्र को भी लक्ष्य कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। इसकी कवायद भी शुरू कर दी गई है। इसमें अभी एक महीने का समय लगेगा। जिला स्तरीय टीम द्वारा सीएचसी का निरीक्षण किया गया है। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमूल होदा, डीपीएम डॉ किसलय कुमार, शहरी स्वास्थ्य केंद्र के सलाहकार कैशर इक़बाल, केयर इंडिया के डिटीएल प्रदीप कुमार, डीपीएचओ अभिजीत कुमार सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
लक्ष्य कार्यक्रम से जोड़ने के लिए जिला एवं क्षेत्रीय कोचिंग टीम द्वारा किया जा चुका है निरीक्षण: आरपीएम
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमूल होदा ने बताया कि कटिहार जिले के डंडखोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अनुमंडलीय अस्पताल बारसोई का जिला एवं क्षेत्रीय कोचिंग टीम के द्वारा निरीक्षण किया जा चुका है। अब राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से राज्य स्तरीय टीम के द्वारा निरीक्षण किया जाना है। इसके लिए तैयारी अंतिम चरण में चल रही हैं। विभाग की ओर से दो दिनों के अंदर राज्य स्वास्थ्य समिति को पत्राचार किया जाएगा। इसके लिए हर तरह की सुख-सुविधा को बहाल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से कवायद शुरू कर दी हैं। लक्ष्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता की मैपिंग की जाती है। जिसमें कुल आठ तरह के मूल्यांकन पैमाने बनाए गए हैं। इसमें साफ-सफाई, कर्मियों की उपलब्धता, लेबर रूम के अंदर जरूरी संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ ऑपरेशन थिएटर की भी मैपिंग की जाती है। एसडीएच बारसोई एवं सीएचसी डंडखोड़ा को लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तैयार करने के लिए उक्त स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को हर तरह की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। ताकि समय से कार्य पूरा किया जा सकें।
लक्ष्य कार्यक्रम के बाद अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की देखभाल में होता है परिवर्तन: डीपीएम
लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रसव कक्ष, ऑपरेशन थियेटर, प्रसव संबंधी गहन देखभाल इकाइयों और उच्च निर्भरता इकाइयों (एचडीयू) में गर्भवती महिलाओं की देखभाल में सुधार होता हैं। साथ ही प्रत्येक गर्भवती महिला एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में जन्म लेने वाले नवजात शिशु लाभान्वित होते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सम्मानजनक मातृत्व देखभाल (आरएमसी) की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए केयर इंडिया के अधिकारियों के साथ अलग से एक रणनीति अपनाई गई है। जिसमें बुनियादी स्तर पर सुधार, उन्नयन, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करना, पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध कराना, स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता बढ़ाना और प्रसूति गृहों में सुविधाओं में सुधार लाने के लिए सहयोग करने के लिए कहा गया है। लक्ष्य कार्यक्रम से जुड़ने के लिए अस्पताल की आधारभूत संरचना, साफ-सफाई एवं स्वच्छता, जैविक कचरा निस्तारण, संक्रमण रोकथाम, अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली, स्वच्छता एवं साफ़-सफाई को बढ़ावा देना सहित इन मानकों पर खड़ा उतरने के लिए तैयार किया जाता है।