सूबे के सरकारी विद्यालयों में भी मिलेगी स्कूल डायरी

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से तैयारी शुरू शुरुआत में पहली से आठवीं तक के बच्चों को मिलेगी स्कूल डायरी

सूबे के सरकारी विद्यालयों में भी मिलेगी स्कूल डायरी

सुभाष पाण्डेय गरीब दर्शन

पटना - निजी स्कूलों की तरह अब सरकारी विद्यालयों में भी  बच्चों को स्कूल डायरी दिया जाएगा। प्रत्येक दिन कक्षा में क्या पढ़ाई हुई, होमवर्क क्या मिला, बच्चों का प्रदर्शन कैसा है आदि तमाम जानकारी अभिभावकों को मिल पाएगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के अनुसार स्कूल डायरी अभी पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को दी जाएगी। स्कूल डायरी में गर्मी और जाड़ा में स्कूल का समय, साल भर की छुट्टियां, त्योहार की जानकारी, आपदा व बचाव के उपाय, राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय गान,चेतना सत्र की गतिविधियां आदि की जानकारी दर्ज रहेगी। अगले चरण में नौवीं से बारहवीं तक के लिए यह व्यवस्था शुरू होगी। डायरी का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। डायरी में स्कूल गतिविधियों से संबंधित जानकारी दर्ज होगी। सरकारी स्कूल के बच्चों के नियमित रूप से पढ़ाई हो रही है या नहीं, इसका रिकार्ड डायरी में दर्ज होगी। डायरी होने से बच्चों के बस्तों का बोझ भी कम होगा क्योंकि जिस विषय की पढ़ाई होगी और जिसका होमवर्क होगा। फिर वही बच्चे स्कूल जाएंगे बाकी कापियाँ एवं किताबें नहीं लाएंगे।इससे स्कूल खुलने और बंद होने का समय भी दर्ज रहेगा। अभिभावक डायरी में समय देख बच्चों को स्कूल भेज सकेंगे। कई बार समय की सही जानकारी अभिभावकों को नहीं मिल पाती है।शिक्षकों द्वारा स्कूल डायरी पर नियमित रूप से होमवर्क दिया जा रहा है या नहीं, डायरी में बच्चों के प्रदर्शन को जारी किया जा रहा है या नहीं इसकी रेंडमली जांच परिषद करेगी।डायरी की डिजाइन के लिए दस से अधिक शिक्षकों की टीम बनी है। यह टीम कंटेंट व डिजाइन पर निर्णय लेगी। इसका शीर्षक मेरी डायरी होगी।