कल चलेगा कोविड- 19 टीकाकरण महाअभियान- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी
पूर्व के तीन अभियानों में लगाये गये 73 हजार से अधिक टीके

सहरसा, 19 जुलाई। कोरोना के नये मामलों का मिलना प्रतिदिन जारी है। वहीं एक्टिव मामलों की संख्या भी प्रतिदिन बढ़ ही रही है। कोरोना संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाने एवं नियंत्रण बनाये रखने के लिए कोविड- 19 का निर्धारित टीका लगाना जरूरी है। सरकार द्वारा महा अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को एक दिन में कोविड- 19 टीकाकरण से आच्छदित करने का भरपुर प्रयास किया जा रहा है। वहीं कोविड- 19 टीके की प्रीकॉशन डोज लगाने की समय सीमा को घटाकर 6 माह एवं 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को प्रीकॉशन डोज मुफ्त देने का सराहनीय कदम उठाया गया है।
तीन अभियानों में लगे 73 हजार से अधिक टीके-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद ने बताया सरकार अधिक से अधिक लोगों को कोविड- 19 टीकाकरण से आच्छादित करने एवं आच्छदन की स्थिति को मजबूत बनाये रखने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा इस माह के 7वीं एवं 14वीं तारीख को एवं इससे पूर्व के माह में भी महा अभियानों का आयोजन किया गया था। जिसमें अधिक से अधिक लोगों को कोविड- 19 टीके लगाये गये थे। उन्होंने बताया इन अभियानों के सफलतापूर्वक संचालन से जिले के कोविड- 19 टीकाकरण आच्छादन की स्थिति मजबूत हुई है। वहीं अधिक से अधिक संख्या में लोगों द्वारा अपना दूसरा एवं प्रीकॉशन डोज ली गई है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने जिले में चल रहे कोविड- 19 टीकाकरण महा अभियान में लगाये गये टीकों की जानकारी साझा करते हुए कहा 27 जून, 7 एवं 14 जुलाई को चलाये गये अभियानों के दौरान जिले में कुल 73 हजार 807 टीके लगाये गये थे। उन्होंने यह भी बताया कि इन अभियानों का संचालन राज्य के सभी जिलों में किया गया था।
12 से 14 एवं 15 से 18 आयु वर्ग को प्राथमिकता-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद ने बताया कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। इसे जड़ से खत्म करने के लिए लोगों को जागरूक होकर अपना निर्धारित टीका अवश्य लगवाना चाहिए। उन्होंने बताया आगामी 21 जुलाई को आयोजित होने वाले कोविड- 19 टीकाकरण महा अभियान में सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में 12 से 14 एवं 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए टीके लगाये जाने का निदेश जारी किया गया है। इसके लिए आवश्यक सूक्ष्म कार्य योजना, विद्यालयों से समन्वय, शिक्षा विभाग से सहयोग एवं जन प्रतिनिधियों से भी अपेक्षित सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया अभियान की सफलता के लिए सतत् मूल्यांकन, अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण भी किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था एवं हितधारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।