बच्चों और युवाओं को तंबाकू की लत से दूर रखना हम सबकी जिम्मेदारी : सिविल सर्जन
जिला शिक्षा पदाधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के होंगे नोडल पदाधिकारी

बच्चों और युवाओं को तंबाकू की लत से दूर रखना हम सबकी जिम्मेदारी : सिविल सर्जन
- तंबाकू उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग करेंगे आपसी सहयोग
- जिला शिक्षा पदाधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के होंगे नोडल पदाधिकारी
सीतामढ़ी। 10 अगस्त
किसी भी रूप में तंबाकू सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे सभी वाकिफ हैं, फिर भी लोग तंबाकू की लत से बाहर नहीं आ पाते हैं। युवाओं को तंबाकू सेवन से जुड़े खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। यह बातें सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने कही। उन्होंने बताया कि तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान बनाने हेतु जिले के शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाने का निर्देश शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सह निदेशक; प्रशासन मनोज कुमार ने पत्र जारी कर दिया है। तंबाकू उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग आपसी सहयोग करेंगे। हाल में प्रकाशित ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे के आंकड़ों में बिहार के युवाओं में 7.3 प्रतिशत तंबाकू उत्पाद के प्रयोग के आंकड़े सामने आए हैं। जिसमें 6.6 प्रतिशत लड़के और 8.0 प्रतिशत लड़कियां हैं। विदित हो कि वर्ष 2019 में यह सर्वे बिहार के 38 जिले में की गई थी।
राज्य के 22 जिले धूम्रपान मुक्त हैं घोषित-
सीड्स के मनोज कुमार झा ने बताया कि सीतामढ़ी सहित राज्य के 22 जिले धूम्रपान मुक्त घोषित किये जा चुके हैं। ये वैसे जिले हैं जहाँ सार्वजनिक जगहों पर तंबाकू सेवन नहीं करने वालों का प्रतिशत 80 फीसदी या उससे ज्यादा है। उन्होंने बताया कि कोटपा कानून को सख्ती से लागू करना और सभी शिक्षण संस्थानों में तंबाकू के दुष्प्रभाव को लेकर युवाओं को जागरूक करना बहुत आवश्यक है। सभी प्रकार के कैंसरों में तंबाकू के सेवन से जुड़े कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है एवं 90 प्रतिशत मुँह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होता है।
विश्व में तंबाकू सेवन से हर वर्ष 80 लाख लोगों की मृत्यु-
एनसीडीओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि पूरे विश्व में हर वर्ष करीब 80 लाख लोग तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों के कारण जान गंवाते हैं। देश में हर वर्ष 13 लाख मृत्यु का आंकड़ा तंबाकू सेवन के कारण है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग को आपसी सामंजस्य से सभी शिक्षण संस्थानों में तंबाकू के दुष्प्रभाव को लेकर युवाओं में अलख जगाने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विभाग करेगा पूरा सहयोग-
सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल ने बताया कि तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं तंबाकू से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में वृहत पैमाने पर जन-जागरूकता फैलाने की जरूरत है। तंबाकू का दुष्प्रभाव सबसे अधिक स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है। युवा वर्ग तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग पहले कुछ चयनित जिलों में तंबाकू उन्मूलन को लेकर अभियान चलायेगा।