गरीब दर्शन / पकड़ीदयाल/ पूर्वी चंपारण –
बिहार सरकार की जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत पेड़ लगाने की अपील के बावजूद, पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल प्रखंड के चोरमा पंचायत में हरे पेड़ों की कटाई का गंभीर मामला सामने आया है। वार्ड नंबर 7 में मनरेगा योजना के तहत 10 वर्ष पूर्व लगाए गए हरे पेड़ों को रात के अंधेरे में काटने का आरोप पंचायत के मुखिया पति विजय दास और प्रखंड के जूनियर इंजीनियर (जेई) पर लगा है। सूत्रों के अनुसार, यह घटना देर शाम 8 बजे की है, जब मुखिया पति विजय दास और जेई की मिलीभगत से हरे पेड़ों की कटाई की गई। वार्ड प्रतिनिधि विजय मांझी को जब इस घटना की सूचना मिली, तो वे तत्काल अपने ग्रामीणों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। उनके पहुंचने से पहले ही मुखिया और जेई वहां से फरार हो चुके थे। विजय मांझी ने बताया कि लगभग आधा दर्जन से अधिक 10 साल पुराने हरे पेड़ों को काट दिया गया है, जबकि कुछ पेड़ अधूरे कटे हुए ही छोड़ दिए गए हैं। घटना की सूचना मिलने पर कार्यक्रम पदाधिकारी मोहम्मद अजहरूद्दीन मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। उन्होंने घटना को सत्य पाया और कहा कि इस संदर्भ में वन विभाग मोतिहारी को सूचना दी गई है। विभागीय आदेश के अनुसार, दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना नीतीश सरकार की पर्यावरण संरक्षण की योजनाओं के खिलाफ जाती है, जहां पेड़ लगाने की अपील की जा रही है, वहीं कुछ लोग सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लगाए गए पेड़ों को अवैध रूप से काटकर बेचने में लगे हैं। ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश जताया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।