धर्म के नाम पर तकरीबन सौ करोड़ की सरकारी ज़मीन पर दबंगोँ का कब्जा

निगम के आदेशों खुल्लमखुला उल्लंघन कर दबंगों द्वारा लगातार अवैध ढंग से मन्दिर का निमार्ण कार्य जारी

संबंधित अधिकारियों की चुप्पी से लोगों में आक्रोश

 

गरीब दर्शन/गुरुग्राम (दिल्ली) –
विश्व प्रसिद्ध देश का साईबर सिटी शहर ग्रुरूग्राम के सबसे रिहायशी इलाके के सेक्टर 24 व 25, डीएलएफ फेज थ्री में लगभग एक एकड़ खाली पड़े सरकारी जमीन पर कुछ दबंगों द्वारा धर्म के नाम पर कब्जा कर मंदिर का अवैध निर्माण किया जा रहा है। लगभग अरबों रुपए के खाली पड़े इस जमीन पर पहले से ही गाय बांधने व धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ इसे हड़पने कि प्रकिया शुरू की गई थी । हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के जानकारी में आने के बाद अधिकारियों द्वारा संज्ञान में लेते हुए निर्माण कार्य पर अविलंब विराम लगाने हेतु निर्देश दिए जाने के बाद भी निमार्ण कार्य लगातार जारी है। उक्त संवेदनशील सरकारी जमीन को लेकर एचएसवीपी द्वारा त्वरित कारवाई करते हुए डीएलएफ फेज थ्री के थाना प्रभारी से लिखित शिकायत कर निर्माण कार्य को रोकने हेतु शिकायत पत्र दी गई किंतु अब तक कारवाई नहीं किया गया है, वहीं शहर के उप आयुक्त श्री निशांत यादव द्वारा समीक्षा के बाद संज्ञान लेकर कारवाई करते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त कर इस अवैध निर्माण को रोकने को निर्देश गया। साथ- ही इसे अविलंब हटाने के लिए आदेश दिया गया।

गौरतलब हो कि इससे पहले भी एचएसवीपी ने इस जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया था। एचएसवीपी ने इस साइट को 2-3 बार नीलामी के लिए रखा था, जिसकी आरक्षित कीमत करीब 120 करोड़ आंकी गई थी। मंदिर तक पहुंच और निकटता के मुद्दों के कारण वे इस जमीन को बेचने में असफल रहे।‌ वहीं धर्म के नाम पर इस अवैध निर्माण स्थल को लेकर इसमें खलल डालने पर कई बार आसपास के क्षेत्रीय लोगों व सरकारी अधिकारियों के साथ दबंगों द्वारा नोंक झोंक व धमकियां दी जाती रही है। इन सब बातों के बावजूद दिन रात सुचारू रूप से सरकारी ज़मीन पर अवैध निर्माण दिन- रात जारी है और सरकारी अधिकारियों की तमाम कोशिशें असफल रही हैं। यहां यह कहावत सही बैठती है कि “जिसकी लाठी उसकी भैंस।” अब सवाल यह उठता है कि क्या हमारी सरकार और हमारा सरकारी तंत्र इस विश्वस्तरीय साईबर शहर में कुछ दबंगों के सामने घुटने टेकने के लिए मजबूर है ?

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