गरीब दर्शन / मोतिहारी –
वर्त्तमान रबी मौसम में उर्वरक की बढ़ती मांग के बीच पूर्वी चंपारण जिले में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की कमी से किसान परेशान हैं। इस कमी को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह के स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने जानकारी दी है कि आगामी 2-3 दिनों में डीएपी की नई खेप जिले में पहुंचने की संभावना है। उन्होंने किसानों से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि डीएपी की उपलब्धता को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि जिले में एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फेट, और पोटाश) की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। किसान डीएपी के स्थान पर एनपीके का उपयोग कर सकते हैं। एनपीके में नाइट्रोजन, फॉस्फेट, पोटाश और सल्फर की उचित मात्रा होती है, जो पौधों के विकास के लिए उपयुक्त है। कृषि विभाग किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है। जिला प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि डीएपी की कमी को शीघ्रता से दूर किया जाएगा और उर्वरक वितरण में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। कृषि विभाग की इस पहल से उम्मीद है कि किसान जल्द ही अपनी जरूरतों को पूरा कर सकेंगे और रबी की फसलों की बुआई में कोई बाधा नहीं आएगी।